देहरादून में UKSSSC पेपर लीक विरोध प्रदर्शन में ‘फलीस्तीन जिंदाबाद’ नारों से उठा राजनीतिक विवाद

Uttarakhand News: देहरादून। UKSSSC पेपर लीक के विरोध में चल रहे धरना प्रदर्शन ने दिशा संगठन के शामिल होने के बाद नया रूप ले लिया है। शनिवार को प्रदर्शन में इस संगठन की एंट्री हुई, जिसके कुछ कार्यकर्ताओं ने ‘फलीस्तीन जिंदाबाद’ जैसे नारों के आरोपों के बीच विरोध प्रदर्शन को राजनीतिक रंग दे दिया।
फलीस्तीन समर्थक नारों से उत्पन्न असमंजस
राजनीतिक एजेंडा और मंच का गलत उपयोग
विश्लेषकों का कहना है कि कुछ संगठनों ने मंच का इस्तेमाल अपने राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए करना शुरू कर दिया है। प्रदर्शन स्थल पर गूंज रहे फलीस्तीन समर्थक नारों से यह साफ झलकता है कि प्रदर्शन केवल परीक्षा रद्द करने और आयोग की पारदर्शी कार्यप्रणाली की मांग तक सीमित नहीं रह गया।
सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी निगरानी
विरोध प्रदर्शन के दौरान गूंज रहे नारे और बयानबाजी को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां पूरे मामले पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं। उनका प्रयास है कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहे और किसी भी प्रकार की अनियंत्रित स्थिति उत्पन्न न हो।
युवाओं से सतर्क रहने का आह्वान
उत्तराखंड संस्कृति साहित्य एवं कला परिषद की उपाध्यक्ष मधु भट्ट ने युवाओं से आंदोलन की आड़ में देश विरोधी और राज्य विरोधी षड्यंत्र कार्यों से सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अपने चार वर्षों के कार्यकाल में लोक सेवा आयोग, उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग और चिकित्सा सेवा चयन आयोग के माध्यम से 25 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान की है।
राज्य में विकास और निवेश की उपलब्धियां
मधु भट्ट ने बताया कि मुख्यमंत्री के प्रयासों से राज्य में एक लाख करोड़ रुपये का निवेश धरातल पर उतरा है और लगभग 81 हजार नौकरियों का सृजन हो चुका है। उन्होंने केंद्र सरकार के GST द्वारा आवश्यक वस्तुओं के दाम कम करने और बचत महोत्सव की सराहना की। साथ ही पंडित दीनदयाल की 109वीं जयंती पर उन्हें बधाई दी।