'मुस्लिम नेतृत्व खत्म कर रहे तेजस्वी': मौलाना रज़वी का बड़ा आरोप, अखिलेश यादव पर भी साधा निशाना


मौलाना रज़वी ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा, "हाल ही में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने वोट अधिकार रैली का आयोजन किया, जिसमें मंच पर 25 नेताओं को बुलाया गया, लेकिन उनमें एक भी मुस्लिम चेहरा नहीं था।"
उन्होंने बिहार की आबादी में मुसलमानों की 25 प्रतिशत हिस्सेदारी का हवाला देते हुए तीखा सवाल उठाया कि इतनी बड़ी आबादी होने के बावजूद मंच पर उनकी नुमाइंदगी क्यों नहीं थी।
मौलाना रज़वी ने अपने आरोप को और पुख्ता करते हुए उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी (सपा) से तुलना की। उन्होंने कहा कि जिस तरह उत्तर प्रदेश में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुस्लिम नेतृत्व को किनारे कर दिया है, "वैसे ही तेजस्वी यादव अब बिहार में वही काम कर रहे हैं।"
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बिहार के मुस्लिम मतदाताओं से भावुक अपील करते हुए कहा कि "इस बार फैसला बहुत सोच-समझकर करें।" उनका इशारा साफ था कि मुस्लिम वोट अब आंख मूंदकर किसी एक दल को न दिया जाए।
बिहार की सियासत में मुस्लिम मतदाता हमेशा ही अहम भूमिका में रहे हैं। मौलाना रज़वी के इस बयान ने अब यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या विपक्षी गठबंधन में मुस्लिम आवाज़ को धीरे-धीरे दबाया जा रहा है। फिलहाल, रज़वी के इस बयान ने चुनावी माहौल को गरमा दिया है और अब देखना होगा कि तेजस्वी यादव इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।