मुजफ्फरनगर में आशाओं ने किसान नेता शाह आलम के खिलाफ खोला मोर्चा, माफी की मांग

प्रदर्शन का कारण
आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि खुद को किसान यूनियन का अध्यक्ष बताने वाले शाह आलम ने आशाओं को दलाल कहा और उन्हें जिला अस्पताल से बाहर करने की मांग की। इस अपमानजनकबयान से नाराज आशाओं ने बड़ी संख्या में सीएमओ कार्यालय पर इकट्ठा होकर प्रदर्शन किया। उन्होंने सीएमओ डॉक्टर सुनील तेवतिया को एक प्रार्थना पत्र सौंपा, जिसमें शाह आलम से सार्वजनिक माफी मांगने की मांग की गई।
आशाओं ने चेतावनी दी कि यदि शाह आलम ने जल्द माफी नहीं मांगी, तो वे बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर आंदोलन करेंगी। उन्होंने कहा, "सरकार सशक्त नारी और स्वच्छ परिवार अभियान चला रही है। एक ओर महिलाओं का सम्मान हो रहा है, दूसरी ओर अपमान। हमारा कार्य स्वास्थ्य जागरूकता और सेवा का है, न कि दलाली का।"
आशा मीनू चौधरी का बयान
प्रदर्शन के दौरान आशा मीनू चौधरी ने शाह आलम पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, "शाह आलम ने हमें दलाल कहा है। यदि वे किसान हैं, तो स्पष्ट करें कि उनके पास कितनी जमीन है। अगर किसान होते, तो खेतों में किसानी करते। वे खुद दलाल हैं।" मीनू चौधरी ने जोर देकर कहा कि सभी आशाएं एकजुट हैं और उनकी यूनियन मजबूत है।