मुजफ्फरनगर। फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर हजारों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी करने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार सुबह मुजफ्फरनगर में सघन छापेमारी की। ईडी की टीम ने कुख्यात ठग नवाब उर्फ लविश चौधरी और उसके सहयोगियों के घरों पर एक साथ छापेमारी कर दस्तावेज और डिजिटल सबूत जब्त किए।

ईडी की टीम ने मंसूरपुर थाना क्षेत्र के नरा गांव में लविश चौधरी के करीबियों और एजेंटों के घरों पर भी छापेमारी की। तलाशी के दौरान बड़ी मात्रा में नकदी, बैंक दस्तावेज, डिजिटल डिवाइस और संपत्ति से जुड़े रिकॉर्ड जब्त किए गए। जांच अधिकारियों का कहना है कि यह डिजिटल साक्ष्य और दस्तावेज फॉरेंसिक विश्लेषण के लिए भेजे जाएंगे ताकि ठगी की पूरी चैन और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का पता लगाया जा सके।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, लविश चौधरी अब दुबई में जाकर अपना नेटवर्क चला रहा है। मुजफ्फरनगर के अलावा ईडी की कार्यवाही प्रदेश के कई जिलों में भी जारी रही। पिछले दिनों ईडी की चंडीगढ़ जोनल टीम ने दिल्ली, नोएडा, शामली और रोहतक में छापे मारे थे, जिसमें 170 करोड़ की बैंक जमा राशि फ्रीज की गई थी।
स्थानीय पुलिस ईडी की टीमों को सुरक्षा और सहयोग प्रदान कर रही है। जांच के दौरान कई संदिग्धों से गहनता से पूछताछ की गई और ठगी के पूरे नेटवर्क को समझने की कोशिश की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि ईडी की यह कार्रवाई पूरे नेटवर्क को उजागर करने और निवेशकों को हुए नुकसान की भरपाई सुनिश्चित करने के लिए की जा रही है।
मुजफ्फरनगर में यह मामला बड़े पैमाने पर चर्चा का विषय बन गया है और स्थानीय लोगों में इस कार्रवाई को लेकर हड़कंप मचा हुआ है।