मुजफ्फरनगरः अग्निवीर भर्ती के नाम पर ठगी, फर्जी आर्मी अफसर बनकर करता था लाखों की वसूली

मुज़फ्फरनगर। अग्निवीर भर्ती के नाम पर एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। मुजफ्फरनगर में चल रही अग्निवीर भर्ती के दौरान एक अभ्यर्थी से ₹1 लाख की ठगी का मामला प्रकाश में आया, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी खुद को सेना का अफसर बताकर फेल अभ्यर्थियों को पास कराने का झांसा देता था और उनसे मोटी रकम ऐंठता था।
जब अभिषेक ने उस नंबर पर कॉल किया तो दूसरी तरफ से खुद को संदीप बताने वाले व्यक्ति ने ₹3 लाख में भर्ती पास कराने का दावा किया। आरोपी ने मेरठ बुलाकर अभिषेक से ₹1 लाख नकद ले लिए और बदले में एक फर्जी मेडिकल पास प्रमाणपत्र भी थमा दिया। अभिषेक को 31 अगस्त को दोबारा मेडिकल के लिए बुलाया गया, लेकिन जब वह भर्ती स्थल पहुंचा तो उसके फिंगरप्रिंट ही मैच नहीं हुए और उसे लौटा दिया गया।
शक होने पर अभिषेक ने परिवार के साथ सिविल लाइन थाने में शिकायत दी, जिस पर पुलिस ने तत्काल FIR दर्ज कर कार्रवाई शुरू की। छानबीन के बाद पुलिस ने मेरठ निवासी सुमित कुमार पुत्र रकम सिंह को गिरफ्तार किया। आरोपी के पास से फर्जी आर्मी आईकार्ड, सेना की वर्दी, एक मोबाइल फोन और एक स्कूटी बरामद की गई।
पुराना अपराधी है आरोपी
एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि आरोपी सुमित खुद को आर्मी अफसर बताकर पहले भी कई भर्ती रैलियों में इसी तरह के फर्जीवाड़े कर चुका है। वह भर्ती में फेल हुए अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड और दस्तावेज उठा लेता था, फिर उनकी ईमेल आईडी से संपर्क करता और पैसों की डीलिंग कर उन्हें नकली दस्तावेज देता था।
पूछताछ में आरोपी ने माना कि वह 2017, 2019 और 2020 की विभिन्न सेना भर्ती रैलियों में भी ऐसी घटनाओं को अंजाम दे चुका है। पुलिस अब संबंधित थानों से भी संपर्क कर उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि की जांच कर रही है।
सेना की साख से खिलवाड़ करने वाला आरोपी अब न्यायिक हिरासत में है और उससे पूछताछ जारी है।