तेजस्वी और नीतीश के बीच चुनावी माहौल में भोजपुरी गीतों की धूम, सोशल मीडिया पर गूंजे जनता और नेता समर्थक

Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले भोजपुरी गानों ने राजनीतिक माहौल में गर्मी बढ़ा दी है। खेसारी लाल यादव, टुनटुन यादव, निरहुआ और अन्य गायक अपनी आवाज़ से जनता और समर्थकों को जोड़ रहे हैं। राजद और एनडीए दोनों के समर्थक इन गानों के जरिए नेताओं और उनकी नीतियों को प्रचारित कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर ये गीत लगातार ट्रेंड कर रहे हैं और युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं।
राजद समर्थक गानों में तेजस्वी और लालू की लोकप्रियता
एनडीए समर्थक गानों का भी बढ़ता प्रभाव
एनडीए समर्थक भी पीछे नहीं हैं। अभिषेक सिंह का गीत “भाजपा के गमछिया गेरूआ बंधले अपना सर हो…” और सूरज कुमार का “इ मत पूछ का बा, बिहार में मोदी बा…” समर्थकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। गायक प्रशांत सिंह और विक्रांत के गीत भी पार्टी के प्रचार में जोश भर रहे हैं। एनडीए समर्थक इन गीतों के जरिए अपने उम्मीदवारों के समर्थन में उत्साह दिखा रहे हैं।
रीतेश पांडेय और निरहुआ के गीतों में जनता की आवाज़
रीतेश पांडेय का गीत “हर घर के आवाज बडुए, आवे वाला जनसुराज बडुए…” और निरहुआ का “रफ्तार पकड़ लिहले बा बिहार, नई पीढ़ी का नया है बिहार…” राजनीतिक गानों में जनता की मांग और उम्मीद को दर्शाते हैं। रोजगार, विकास और रोज़ी-रोटी जैसे मुद्दे इन गीतों में प्रमुख हैं और ये गाने समर्थकों के बीच तेजी से फैल रहे हैं।
सोशल मीडिया पर गानों का असर और ट्रेंड
भोजपुरी चुनावी गाने सोशल मीडिया पर रील्स, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर लगातार ट्रेंड कर रहे हैं। युवा वर्ग विशेष रूप से इन गीतों के जरिए अपने पसंदीदा नेताओं और पार्टियों का समर्थन कर रहा है। गानों के माध्यम से राजनीतिक संदेश जनता तक तेजी से पहुँच रहे हैं और चुनावी माहौल में उत्साह बढ़ा रहे हैं।