बिजनौर में नगर शिक्षा अधिकारी ने टीचर को भेजा आपत्तिजनक वीडियो, वाट्सएप पर कॉल भी की और फिर...

Bijnor News: बिजनौर जिले में तैनात नगर शिक्षा अधिकारी (चांदपुर) गजेंद्र सिंह पर एक शिक्षिका ने गंभीर आरोप लगाए हैं। शिकायत में कहा गया है कि अधिकारी ने उन्हें व्हाट्सएप पर आपत्तिजनक वीडियो भेजे और अनर्गल कॉल कर परेशान किया।
शिकायत पर हुई जांच, आरोप साबित
धमकियों से टूटी शिक्षिका की हिम्मत
शिक्षिका ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने मोबाइल नंबर ब्लॉक कर दिया, तो नगर शिक्षा अधिकारी ने विभागीय कर्मचारियों की मदद से उनका मानसिक उत्पीड़न शुरू कर दिया। निलंबन, बर्खास्तगी और विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराने की धमकियां दी गईं।
पैसों की मांग और रिश्वत का जाल
शिक्षिका का कहना है कि नगर शिक्षा अधिकारी ने उन पर दबाव बनाकर 50-50 हजार रुपये की मांग की। एक बार उन्होंने बताए स्थान पर 50 हजार रुपये भिजवाए, जिससे कुछ समय तक दबाव कम हुआ। लेकिन बाद में फिर से धमकियां शुरू हो गईं और दोबारा रिश्वत की मांग की गई।
कंपोजिट ग्रांट में भी हेराफेरी
शिक्षिका ने यह भी आरोप लगाया कि नगर शिक्षा अधिकारी ने प्राथमिक विद्यालयों में आई कंपोजिट ग्रांट का गलत इस्तेमाल करवाया। शिक्षिका पर दबाव डालकर गलत खातों में धनराशि भिजवाने और उसमें हिस्सा ऐंठने की कोशिश की गई। जांच में यह आरोप भी सही पाए गए।
बीएसए ने पुष्टि की
बीएसए सचिन कसाना ने स्पष्ट किया कि शिक्षिका की शिकायत में लगाए गए सभी आरोपों की जांच हुई और नगर शिक्षा अधिकारी दोषी पाए गए। उन्होंने बताया कि शासन स्तर पर कार्रवाई का प्रस्ताव भेज दिया गया है और अब आगे की कार्यवाही वहीं से होगी।
आरोपी अधिकारी ने बताए आरोप निराधार
दूसरी ओर, नगर शिक्षा अधिकारी गजेंद्र सिंह ने सभी आरोपों को झूठा बताया है। उनका कहना है कि शिकायतकर्ता अध्यापिका 2021 से मार्च 2025 तक प्रतिनियुक्ति पर अन्य नगर क्षेत्र में तैनात रही है। ऐसे में उन पर उत्पीड़न का आरोप पूरी तरह निराधार है।