25 सितंबर से यूपी में फिर बरसेंगे बादल, बिजली के साथ होगी बारिश, 20 से ज़्यादा ज़िले अलर्ट पर"

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मानसून विदाई ले चुका था, लेकिन अब फिर से वापसी के संकेत मिल रहे हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के लखनऊ केंद्र ने 25 और 26 सितंबर को मौसम अपडेट जारी करते हुए पूर्वांचल और बुंदेलखंड के 20 से अधिक जिलों में हल्की से भारी बारिश की संभावना जताई है। बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब का क्षेत्र बनने से प्रभावित यह वर्षा उमस भरी गर्मी से राहत देगी, लेकिन वज्रपात के खतरे को लेकर सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है।
पूर्वांचल में 25 सितंबर से बारिश का योग
पूर्वांचल के इन 16 जिलों में 25 सितंबर से मौसम करवट ले सकता है। हल्की बूंदाबांदी से लेकर भारी वर्षा तक की संभावना है, जो रुक-रुक कर जारी रह सकती है:
- आजमगढ़
- बलिया
- बस्ती
- चंदौली
- देवरिया
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- जौनपुर
- कुशीनगर
- महाराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- संत कबीर नगर
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- वाराणसी
यह बारिश किसानों के लिए फसलों को राहत पहुंचा सकती है, लेकिन वज्रपात और बाढ़ के जोखिम को नजरअंदाज न करें।
बुंदेलखंड में 26 सितंबर को दस्तक
एक दिन बाद, 26 सितंबर को वर्षा का दौर बुंदेलखंड के इन 7 जिलों तक फैल जाएगा। यहां हल्की से मध्यम वर्षा के साथ अलग-थलग स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी है:
- झांसी
- जालौन
- ललितपुर
- हमीरपुर
- महोबा
- बांदा
- चित्रकूट
मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश से सटे इलाकों में भी निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
IMD की चेतावनी और सलाह
IMD ने पूर्वी उत्तर प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है। लोगों को उमस भरी गर्मी से तो राहत मिलेगी, लेकिन बिजली गिरने के खतरे को लेकर सतर्क रहने की अपील की गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह सिस्टम 25 सितंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी से प्रभावित होगा, जो ओडिशा और छत्तीसगढ़ को भी छू सकता है।
किसानों और आम जनता के लिए यह वर्षा फायदेमंद साबित हो सकती है, लेकिन जिलाधिकारियों को बाढ़ प्रबंधन के लिए तैयार रहने को कहा गया है। IMD के लखनऊ निदेशक ने कहा, "हल्की बारिश से तापमान में गिरावट आएगी, लेकिन वज्रपात से बचाव के लिए घर के अंदर रहें।" मौसम ऐप और स्थानीय अपडेट पर नजर रखें।
यह पूर्वानुमान सितंबर 2025 के मासिक आउटलुक के अनुरूप है, जहां उत्तर प्रदेश में सामान्य से अधिक वर्षा की संभावना जताई गई थी। ग्रामीण इलाकों में राहत की उम्मीद है, लेकिन शहरी क्षेत्रों में जलभराव की आशंका से सावधान रहें।