मुजफ्फरनगर में 200 साल पुरानी कलेक्ट्रेट बिल्डिंग का डीएम ने किया निरीक्षण, बारिश से बढ़ा खतरा

निरीक्षण के दौरान डीएम को कलेक्ट्रेट परिसर की कुछ पुरानी बिल्डिंगों में छत से पानी टपकता नजर आया। सुरक्षा के मद्देनज़र उन्होंने इन इमारतों को तत्काल प्रभाव से बंद करने के निर्देश दिए। डीएम ने कहा कि ये बिल्डिंगें करीब 200 साल पुरानी हैं और काफी जर्जर हालत में हैं, जिनमें बारिश का पानी सीधे टपक रहा है, जिससे हादसे का खतरा बना हुआ है।
जिलाधिकारी ने न केवल कलेक्ट्रेट, बल्कि अन्य सरकारी कार्यालयों को भी अपनी इमारतों की तत्काल जांच कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सभी विभाग यह सुनिश्चित करें कि छतों से पानी ना टपके और इमारतों की स्थिति सुरक्षित बनी रहे। निजी मकान मालिकों से भी अपील की गई है कि वे अपनी छतों और दीवारों की जांच करवा लें, ताकि किसी भी प्रकार की आपदा से बचा जा सके।
शहर की प्रमुख सड़कों पर भारी जलभराव हो गया है। कई इलाकों की सड़कें तालाब में तब्दील हो गई हैं, जिससे वाहन चालकों को दो से तीन फीट पानी से गुजरना पड़ रहा है। आम नागरिकों को या तो घरों में कैद रहना पड़ रहा है या फिर बाहर निकलने पर भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने कहा कि"इस समय जिले में भारी वर्षा हो रही है। हम सभी विभागों को निर्देशित कर चुके हैं कि अपनी-अपनी इमारतों की जांच करें और किसी भी जर्जर हिस्से को तुरंत बंद कर दें। आम नागरिकों से भी अनुरोध है कि वे सतर्क रहें और सुरक्षित स्थानों पर ही रहें। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है।"