लखनऊ में छात्रा के साथ मारपीट और छेड़खानी, FIR नहीं दर्ज, महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक दर्दनाक और शर्मनाक घटना सामने आई है। देवरिया की रहने वाली एक छात्रा के साथ उसके रिहायशी इलाके के घर में जबरन घुसकर न केवल मारपीट की गई, बल्कि छेड़खानी की अमानवीय हरकत भी की गई। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि घटना के बावजूद अभी तक पुलिस ने प्राथमिकी (FIR) तक दर्ज नहीं की है।
रविवार की रात यह घटना लखनऊ के एक रिहायशी इलाके में हुई। पढ़ाई के सिलसिले में लखनऊ में रह रही देवरिया की छात्रा के घर में कुछ अज्ञात लोग जबरन घुस गए। छात्रा ने आरोपियों से बचने की कोशिश की, लेकिन हमलावरों ने उसे बेरहमी से पीटा और छेड़खानी की कोशिश की।
छात्रा की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हुए और किसी तरह उन हमलावरों को मौके से भगाया गया।
कानून व्यवस्था पर उठे सवाल
पीड़ित छात्रा और उसके परिवार का कहना है कि जब राजधानी में ही न्याय के लिए भटकना पड़े, तो आम जनता कहां जाएगी। इस घटना ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 'बेटियों के साथ बर्बरता करने वाले अपराधियों को अगले चौराहे पर यमराज मिलेंगे' जैसे बयानों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कानून व्यवस्था पर विपक्ष और सोशल मीडिया पर लोगों ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। लोग लिख रहे हैं कि जब बेटियाँ राजधानी में असुरक्षित हैं, तो बाकी प्रदेश का क्या हाल होगा।
पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने और दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग की जा रही है। अब सबकी नज़र इस बात पर है कि सरकार और प्रशासन इस मामले में कितनी तेजी और गंभीरता दिखाते हैं।
