जानकारी के अनुसार, शनिवार को शामली जिले के गांव भाजू निवासी शिवकुमार कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपा। उन्होंने बताया कि उनकी पुत्री करुणा ने सरकार की मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान योजना के तहत आवेदन किया था तथा सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली थीं।
शिवकुमार का आरोप है कि पंजाब नेशनल बैंक, मंडी मार्श गंज शाखा के प्रबंधक ने फाइल में कमी बताकर उनसे ₹50,000 की राशि सुविधा शुल्क के तौर पर मांगी। जब यह राशि नहीं दी गई तो उनकी पुत्री को योजना का लाभ नहीं दिए जाने की धमकी दी गई।
उन्होंने जिलाधिकारी से आग्रह किया कि बैंक मैनेजर के खिलाफ कार्रवाई की जाए ताकि इस तरह की वसूली रोक जा सके। शिवकुमार ने कहा कि यदि सरकार की योजनाओं को ही भ्रष्टाचार के कारण नुकसान पहुंचता है, तो इसका सीधा प्रभाव आम जनता पर पड़ता है।
वहीं, बैंक शाखा प्रबंधक ने आरोपों को पूरी तरह निराधार बताया है। उनका कहना है कि बैंक ने गांव में सत्यापन के लिए टीम भेजी थी, लेकिन युवती योजना के तहत प्राप्त राशि का उपयोग किस प्रकार करना चाहती है, इस बारे में संतोषजनक जानकारी नहीं दे सकी। इसी कारण योजना का लाभ नहीं मिला।
जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। जांच पूरी होने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।