मुजफ्फरनगर में अतिक्रमण पर चला चाबुक, जिला अस्पताल गेट के बाहर की दुकानें हटीं, पालिका ने दी चेतावनी
मुजफ्फरनगर: शहर में यातायात को सुगम बनाने और नागरिकों को सार्वजनिक स्थानों पर सुविधा देने के उद्देश्य से नगर पालिका प्रशासन ने अतिक्रमण के खिलाफ अपना अभियान तेज कर दिया है। गुरुवार को नगर पालिका की टीम ने शहर के प्रमुख और संवेदनशील स्थानों पर कार्रवाई करते हुए अस्थायी ठेले, खोमचे और सड़क किनारे लगाई गई दुकानों को सख्ती से हटवाया। इस अभियान की कमान स्वयं नगर पालिका परिषद् की अधिशासी अधिकारी (ईओ) डॉ. प्रज्ञा सिंह के दिशा निर्देश में थी।
जिला चिकित्सालय और प्रमुख चौराहों पर कार्रवाई
कार्रवाई मुख्य रूप से उन क्षेत्रों में की गई, जहाँ अतिक्रमण के कारण आमजन और विशेषकर मरीजों को आने-जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। राजस्व निरीक्षक अमरजीत सिंह के नेतृत्व में टीम ने जिला चिकित्सालय के मुख्य द्वार के बाहर लगे ठेलों पर कार्रवाई की। इसके अलावा, झांसी की रानी चौक के पास पालिका के वर्टिकल गार्डन के समीप तथा पाल धर्मशाला रुड़की रोड से शिव चौक तक सड़क किनारे किए गए अस्थाई कब्जों को भी हटाया गया। कार्रवाई के दौरान किसी भी प्रकार के विरोध या अव्यवस्था से निपटने के लिए पुलिस बल भी मौजूद रहा।
सामान जब्तीकरण से बची राहत, मिली सख्त चेतावनी
नगर पालिका टीम ने गुरुवार को की गई कार्रवाई के दौरान कोई जुर्माना नहीं लगाया और न ही किसी का सामान जब्त किया। यह अतिक्रमणकारियों के लिए एक तरह की राहत थी। हालांकि, राजस्व निरीक्षक अमरजीत सिंह ने स्पष्ट चेतावनी दी कि भविष्य में यदि किसी ने पुनः अतिक्रमण करने का प्रयास किया, तो उसके विरुद्ध सख्त विधिक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि बार-बार मिल रही शिकायतों के कारण यह अभियान शुरू किया गया है और शहर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई अब नियमित रूप से जारी रहेगी। टीम में राजस्व निरीक्षक के साथ पालिकाकर्मी सोनू मित्तल, विकास शर्मा और सतेन्द्र कुमार सहित अन्य कर्मचारी शामिल रहे। इस अभियान का उद्देश्य मुजफ्फरनगर को जाम मुक्त बनाना है।
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