मुजफ्फरनगर में स्कूल गेट पर रोडवेज बसों की अवैध पार्किंग पर पालिका अध्यक्ष की कड़ी चेतावनी

मुजफ्फरनगर। रेलवे स्टेशन रोड स्थित एस.डी. पब्लिक स्कूल (जूनियर विंग) के मुख्य द्वार के सामने रोडवेज बसों के अवैध ठहराव और पार्किंग पर नाराजगी जताते हुए नगरपालिका परिषद् की अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप ने रोडवेज के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (ए.आर.एम.) प्रभात कुमार सिन्हा को सख्त चेतावनी पत्र भेजा है। पत्र में कहा गया है कि विद्यालय गेट पर बसों के रुकने से बच्चों और उनके अभिभावकों की जान जोखिम में पड़ रही है और यदि तुरंत इस पर रोक नहीं लगाई गई तो विभागीय व विधिक कार्रवाई की जाएगी।
पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप द्वारा एआरएम को भेजे गए पत्र में उल्लेख किया गया है कि रोडवेज बस चालक अक्सर एसडी पब्लिक स्कूल गेट के सामने सवारियां चढ़ाने और उतारने के लिए बसों को लंबे समय तक खड़ा कर देते हैं, जिससे वहाँ पर गंभीर जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। छोटे-छोटे बच्चों के लिए सड़क पार करना मुश्किल हो जाता है, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप ने कहा है कि स्थानीय नागरिकों, बच्चों के अभिभावकों और व्यापारियों द्वारा इस समस्या को लेकर कई बार शिकायतें की जा चुकी हैं, लेकिन रोडवेज प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि भविष्य में विद्यालय गेट के सामने किसी भी बस का अवैध ठहराव पाया गया तो संबंधित चालकों और रोडवेज विभाग के विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जाएगी, जिसकी पूरी ज़िम्मेदारी विभाग की होगी। पालिका अध्यक्ष द्वारा भेजे गए पत्र की प्रतिलिपि जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, जिला विद्यालय निरीक्षक तथा संबंधित थाना प्रभारी को भी भेजी गई है, ताकि बच्चों की सुरक्षा के लिए उनके स्तर से भी इस समस्या के समाधान के लिए आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
नगरपालिका अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप ने कहा कि कई बार लोगों ने उनसे मिलकर रोडवेज बसों के चालकों के द्वारा एसडी पब्लिक स्कूल से लेकर साई धाम मंदिर तक बसों को सड़क पर ही अवैध रूप से खड़ा करने की शिकायत की है, इसके लिए पूर्व में मामला पुलिस और प्रशासन के समक्ष भी गया। कई लोगों ने स्कूल गेट तक ही बसों को खड़ा करने और वहां पर एक प्रकार से मिनी बस अड्डा बना दिये जाने से हादसों की संभावना जताते हुए इसके समाधान के लिए मांग की गई है। हमने रोडवेज डिपो के एआरएम को पत्र भेजकर लोगों की समस्या से उन्हें अवगत कराते हुए समाधान के लिए सहयोग मांगा है, यदि रोडवेज डिपो से सहयोग नहीं मिलता है तो बसों के खिलाफ पालिका प्रशासन पुलिस और प्रशासन के साथ मिलकर कार्यवाही करायेगा।